महामारी के दौर से गुजरती स्त्री

 

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                                   ''   महामारी के  दौर से गुजरती स्त्री ''  

👭👭अभी वर्तमान में जो समय चल रहा हैं ,उसमें हर कोई अर्थव्यवस्था के खत्म होने की बात कर रहा हैं। धीरे -धीरे अब सब सामान्य होने लगा हैं ,पर फिर भी अभी तक अर्थव्यवस्था ने जोर नहीं पकड़ा हैं।  इस   ''  COVID -19 ''  ने हमारे समाज में   ''  बेरोजगारी  ''  को पसार दिया हैं ,जहाँ देखो वहीं बेरोजगारी , भुखमरी का आलम हैं।  इस समय ने बड़े -बड़े उद्योग पतियों की कमर तोड़ दी हैं।  हर संस्था ने अपने यहाँ कार्य कर रहे लोगों की छटनी कर ली हैं ,कई छोटे -छोटे उद्योग तो बंद ही हो गए हैं। 

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समाज और अर्थव्यवस्था:-👬👬👬

बड़े -बड़े अर्थशास्त्री इस समय ,  समाज और अर्थव्यवस्था को उभारने के प्रयास कर रहें हैं ,इस विषय पर चिंता और मनन , चिंतन कर रहें हैं 

इस COVID -19 ने सिर्फ हमारी ही अर्थव्यवस्था को ही नहीं निगला ,बल्कि   '' विश्व की अर्थव्यवस्था  ''पर भी अपने प्रभाव को छोड़ा हैं। 

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'' COVID -19   '' :-💚💚💙💙

 सभी देशो को इस  '' COVID -19   '' की वजह से सभी को   ''  जन और धन ''   का बहुत नुकसान हुआ हैं। 

र्तमान परिदृश्य में ये मान कर सोचा जा रहा हैं, कि ये आर्थिक दुष्प्रभाव पुरे विश्व को एक समान अपना शिकार बना रहा हैं ।  

''  परन्तु इसके विपरीत असल बात ये हैं कि महिलाओ के जीवन पर पुरुषों के जीवन से कहीं अधिक मुश्किल और संघर्ष पूर्ण होने की सम्भावनाये ज्यादा हैं। 


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''  महिलाये महामारी की दोहरी मार झेल रही हैं। ''💢💢💕💕

एक सर्वे के अनुसार विश्व के पुरुषों और महिलाओं के बीच गरीबी का जो   '' गड्डा   ''  था ,वो अब ओर बढ़ने वाला हैं।  आने वाले दिनों में जो अभी   '' महिलाएँ    ''  काम कर रही थी ,वो अब अपना   ''  रोज़गार   ''  खो चुकी हैं और अपने जीवन को  गरीबी में धकेल चुकी हैं और अपना जीवन यापन गरीबी में करने को मजबूर हैं।  

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 सम्मानजनक जीवन :-💖💕💕💕

वह [  महिला ]  चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहीं हैं। उससे इस वर्तमान परिस्थिति ने सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर और अपना काम   [  स्वाभिमान ]  दोनों ही छीन गए हैं।      


 पुरुषों के मुकाबले :-💙💙💏💏💏

ये माना जा रहा हैं, की अभी जो समय हैं , उसमें  पुरुषों के मुकाबले  महिलाओं ने अपनी नौकरी ज्यादा खोई हैं। ये कहाँ जा सकता हैं कि   ''  संसाधनों की कमी से स्त्री की रोज़ की   ''  दिनचर्या पर और उसकी जिंदगी पर और उसके आने वाले   ''  भविष्य   '' पर भी गहरा प्रभाव डालेगी , जो उसके लिए आसान नहीं होगा।  



   
 ''  स्त्रियों की स्थति   '' :-💞💞💕💕💕💕

  समाज और हम सभी मिलकर कई बरसों से   ''  स्त्रियों की स्थति   ''   सुधारने के लिए कितने ही प्रयास और जतन करते रहे हैं और अभी भी कर रहें हैं, और पता नहीं कब तक करते रहेंगे। 

स्त्री पर बातें और विचार तो बहुत हैं , पर इसके आगे की बात अगले अंक में। ............. 


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 '' SORRY    ''  दो बार से लेट होने के लिए वो  ''    दिवाली    ''  थी ना। 

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