CLEANLINESS

                                

                                                                 ''          स्वच्छता         ''


                                                                ''   स्वच्छता ही सेवा हैं।   ''


किसी ने कहाँ हैं :-   ''  स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का मूलमंत्र हैं।   ''

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के कहे अनुसार :- '' स्वच्छता  , राजनीतिक  स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण  हैं। ''





 यह कथन समाज में स्वच्छता के महत्व को परिभाषित करता हैं। महात्मा गाँधी के कथन को साकार करने के लिए वर्तमान प्रधानमंत्री    ''  श्री नरेंद्र मोदी  '' ने 15 अगस्त 2014 को लाल किले से भारत की जनता को सम्बोधित करते हुए कहाँ की   ''हम सभी को गंदगी और खुले में शौच के खिलाफ लड़ाई लड़नी हैं। ''
श्री नरेंद्र मोदी जी का सपना हे कि हम सभी पुरानी आदतों को बदलकर नए युग का निर्माण करे। उन्होंने कहाँ की  ''महात्मा गाँधी की 150 वे जन्म महोत्सव से वर्ष 2019 तक स्वच्छ भारत का लक्ष्य हासिल करना ही हैं। 



'स्वच्छ भारत' अभियान के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश की सभी सरकारों और सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक संगठनों द्वारा सफाई को लेकर किए गए प्रयासों की सराहना की। मोदीजी ने जोर देते हुए कहा कि भारत को स्वच्छ बनाने का काम किसी एक व्यक्ति या सिर्फ सरकार का नहीं है, यह काम तो देश के 125 करोड़ लोगों की मन शक्ति द्वारा ही किया जा सकता  है, हम सभी जो भारतमाता के पुत्र-पुत्रियां हैं,तो मिलकर प्रयास करने होंगे । मोदीजी ने कहाँ कि 'स्वच्छ भारत' अभियान को एक जन आंदोलन में बदलना हैं ।सभी जनों को अपने मन में ठान लेना चाहिए कि वे न तो गंदगी करेंगे और न ही करने देंगेजिससे देश ,शहर ,गांव सभी स्वच्छ होंगे। 



स्वच्छता क्या हैं :-स्वच्छता को अपने जीवन में उतरना ही हर इंसान का कर्तव्य हैं। 15 सितम्बर  से 2 अक्टूबर,  महात्मागांधी के जन्म दिवस तक पूरे भारत में एक विशेष स्वच्छता अभियान का प्रारम्भ किया गया हैं। इस अभियान को  PM  मोदी ने ''  स्वच्छता ही सेवा ''  नाम दिया। इस अभियान के अंतर्गत हम सभी को मिलकर  गांव और शहरो को स्वच्छ बनाना होगा। 

भारत :- हमारा देश आज पुनर्निर्माण से गुजर रहा हैं जिसमे अनेक ऊंची -ऊंची ,गगन चुंभी इमारतों से लेकर तेज रफ़्तार से दौड़ती बुलेट ट्रेन का सपना पूर्ण कर रहे हैं,और हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के '' स्वच्छ भारत '' के  सपने को भी अपना आकर दे  रहे  हैं। 


परिचय :- स्वस्थ जीवन जीने के लिए हमे स्वच्छता पर विशेष जोर देना होगा। स्वच्छता के बिना जीवन अर्थ हिन हैं। स्वच्छता को अपने जीवन में अपनाने से हम रोगमुक्त ,स्वस्थ ,खुशहाल जीवन जी सकते हैं और हम सभी स्वस्थ होंगे तो समाज व समाजजन दोनों दिनदिन तरक्की करेंगे। 
 
            



योगदान :-  हम सभी स्वस्थ होंगे तो ही एक स्वस्थ राष्ट्रनिर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे। इसलिए हम सभी को स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन में अपनाना चाहिए और हमारे आसपास के  सभी लोगों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करना चाहिए। 

तन की स्वच्छता से लेकर मन की स्वच्छता दोनों को मिलाकर एक नई शुरुवात करनी होगी।  हमारे आसपास की गंदगी की समाप्ति के बाद ही हमारे देश को स्वस्थ और स्वच्छ बनाया जा सकता हैं। हमारे आसपास के वातावरण को साफ रखकर ही हम राष्ट्र का नवनिर्माण कर सकते हैं। हमारे प्रयासों से ही देश में स्वच्छता आएगी और राष्ट्र का नया  रूप निखर कर आएगा। 

स्वच्छ भारत अभियान  की आवश्यकता :-  साफ सफाई एक अच्छी आदत हैं ,इसे हमे हमेशा अपने जीवन में उतारना चाहिए। ''स्वच्छ पर्यावरण और आदर्श जीवन के लिए हर आमोखास व्यक्ति को स्वच्छता की आदत बनानी चाहिए। ''

''  स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मानसिकता का विकास होता हैं ''
 इस वाक्य को लेकर ही हमारे देश के PM नरेंद्र मोदी जी ने ''  देश में स्वच्छता की पहली आवश्यकता को देखते हुए :-   ''स्वच्छता अभियान शुरू किया। ''


हम सभी को मिलकर ये विचार करना चाहिए की ''स्वच्छता की जिम्मेदारी सिर्फ हमारे प्रधानमंत्री की ही नहीं हैं बल्कि समाज में रहने वाले हर आदमी की जिम्मेदारी ,व नैतिक कर्तव्य हैं। हम सभी के स्वस्थ जीवन के लिए हमे , इस अभियान में  पूरा -पूरा हाथ बढ़ाना चाहिए। 


इसकी शुरुवात हमे हमारे घर ,गली  ,मोहल्ले ,स्कूल ,सामाजिक संस्थानों से करनी होगी। इस प्रयास से हमारे देश में व्यापक स्तर पर स्वच्छ भारत की और एक क्रांति होगी। 

''  स्वच्छता से होगा स्वस्थ भारत  का नवनिर्माण ''
उद्देश्य :-  जीवन में स्वच्छता के कुछ उद्देश्य    

 स्वच्छता साफ -  सफाई और खुले में शौच प्रथा ख़त्म करने को बढ़ावा देकर ,ग्रामीण जीवन के स्तर में           कुछ सुधार करना चाहिए। 

2  .   जागरूकता रूप से सुरक्षित व स्थाई स्वच्छता के लिए संगत प्रोद्योगिकीयों  को बढ़ावा देना चाहिए। 

3  . जहाँ भी आवश्यकता हो ,सम्पूर्ण साफ सफाई के लिए ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंध करना चाहिए। 

4  . शारीरिक स्वच्छता के सिवा और भी साफ सुथरी आदते डालनी चाहिए। 

स्वच्छता  विभिन्न   प्रकार  की हो सकती हैं जैसे :-निजी स्वच्छता, पर्यावरण की स्वच्छता ,और कार्यस्थल की स्वच्छता। 



माँ :- जब सेहत और साफ  सफाई  की बात आती हैं तो सबसे पहले हमारी माँ की याद आती हैं। वो माँ  होती हैं, जो हमे ये बताती हे की हमे हमेशा साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए। साफ सफाई में काफी मेहनत लगती हैं और खासकर बच्चों को  इस मामले में लगातार याद दिलाने की जरूरत होती हैं। 

हर माँ बच्चे को बार बार याद दिलाती हैं की खाना खाने से पहले अच्छी तरह अपने हाथ धोनें हैं। खाने को हमेशा ढ़ककर रखना चाहिए। 
ढककर रखने से उस पर मख्खियाँ व चूहे मुँह नहीं लगा  पायेगे।पानी भी हमेशा छान  कर  पीना चाहिए।  जिससे हम सभी कम बीमार होंगे  स्वस्थ रहेंगे। 


                           ''  स्वच्छता रखे जरूरी ,दूर रहेंगे  रोग। 
                                  प्रथम सुख निरोगी काया ,कह गए ज्ञानी लोग।।
                                     स्वच्छता  आदत डाल ,जीवन बने महान। 
                                        भगवान के पश्चात हैं ,स्वच्छता का स्थान।।  '' 

वर्तमान समय को देखते हुए जब covid 19  का समय हैं। सभी तरफ जब खौफ व डर का माहौल  हैं तो हमे और  अधिक सतर्क और सावधान रहना चाहिए। अपने आपको व इस वयरस से बचाये रखने के लिए 
स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

 
1  सरकार के बनाये नियमों का पालन करे। 
2  अपने बिच 2 गज की दुरी बनाय रखे।
3   बार बार हाथ धोये। 
4   बाहार की चीजों का सेवन स्वच्छता के साथ करे 
5   अपने को खुश रखे ,अपनों के साथ रहे 
covid 19 से डरे नहीं उसको अपने हौसले से हराये। 
  

 '' जब साथ देगा सारा India
       तो जीत जायेगा INDIA 







































































































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